फाल्गुन माह में कब मनाई जाएगी होली की भैया दूज

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धर्म डेस्क / ज्योति त्रिवेदी : फाल्गुन माह में कब मनाई जाएगी होली की भैया दूज । आईए जानते हैं शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, । हिंदू धर्म में सभी पर्व बहुत ही रुचि के साथ मनाए जाते हैं भैया दूज का पर्व बहुत ही महत्वपूर्ण होता है भाई और बहन का एक पवित्र रिश्ता होता है जिसका मूल्य किसी वस्तु या किसी चीज से नहीं किया जा सकता है भाई-बहन का पर्व वर्ष में दो बार मनाया जाता है एक कार्तिक माह की दीपावली की दूज को मनाया जाता है भैया दूज का पर्व और दूसरा फाल्गुन माह की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है भैया दूज का पर्व ।

भैया दूज का शुभ मुहूर्त

होली की भैया दूज चैत्र महीना की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है भैया दूज का पर्व द्वितीया तिथि 26 मार्च को दोपहर 2:55 से प्रारंभ होकर दूसरे दिन 27 मार्च को शाम 5:06 पर होगी समाप्त। भाई को टीका लगाने का शुभ मुहूर्त । पहले मुहूर्त सुबह 10:54 से दोपहर 12 27 तक और दूसरा मुहूर्त दोपहर 3:00 से लेकर 3:31 से लेकर शाम 5:04 तक है ।भैया दूज की सामग्री मिठाई, रो ली, धूप, दीप ,मिट्टी का दीपक, घी, गुड़ ,चौकी या फ़िर पाटा ।

विधि

सुबह सबसे पहले आंगन को साफ करके चावल को भिगोकर मिक्सी में पीस ले उसके बाद उसे आंगन में भाई दूज का चित्र बनाएं और फिर उसकी हल्दी, कुमकुम, रोली, चंदन ,धूप ,अक्षत आदि से विधि के अनुसार पूजा करके अपने भाई को टी का लगाए और मिठाई खिलाये और भगवान से अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करें इस प्रकार से व्रत पूजा करने से भाई को कभी कोई मुसीबत छू नहीं सकती है क्योंकि बताया जाता है बहनों के अंदर काल को हरने की क्षमता होती है जो भी बहन अपने भाई को टीका लगाती है उस भाई का कभी कोई बुरा नहीं कर सकता है लेकिन भैया दूज के दिन सभी भाइयों को अपनी बहन के घर जाकर नहा धोकर टीका लगवा कर खाना खाकर ही आना चाहिए । जो भाई बहन इस प्रकार से भैया दूज का पर्व मनाते हैं उस भाई की यमदेव भी रक्षा करते हैं भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है इस प्रकार भाई दूज का पवित्र त्यौहार बड़े ही हंसी-खुशी के साथ मनाना चाहिए।

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