2024 में कब मनाई जाएगी होली | मुहूर्त और होलिका दहन

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2024 में कब मनाई जाएगी होली आईए जानते हैं पूजा विधि । मुहूर्त और होलिका दहन

मुहूर्त और होलिका दहन

ज्योति त्रिवेदी / धर्म डेस्क : होली का पर्व हिंदू धर्म में बड़े ही हर्षाें उल्लास के साथ मनाया जाता है इसमें रंग गुलाल के साथ-साथ हम अपने भाईचारा को भी बढ़ावा देते हैं इस दिन यह पर्व हमारी संस्कृत कृति के और धार्मिक पर्व के साथ-साथ हमारी आपसी भाई चारे को भी दर्शाता है इस पर्व में हम रंग गुलाल खेलने के साथ-साथ हम अपने दिल की जो भी कड़वाहट होती है उसको भी मिटाते हैं इस दिन हम आपस में भाईचारा बनाते हैं। और एक दूसरे का सम्मान करते हैं गले मिलते हैं अपने जो भी शिकवा गिले होते हैं जो भी आपसे मन मुटाव होते उसको भूल करके भी हम एक दूसरे के दरवाजे जाते हैं और अपने सारे भेदभाव मिटाते हैं यह पर्व अच्छाई पर बुराई की जीत पाई जाती है ।

इस दिन बहन होली का हिरणाकश्यप की बहन होली का जिसको भगवान से वरदान प्राप्त होता है कि तुम अगर किसी भी चीज को लेकर के अग्नि में प्रवेश करोगी तो वह वस्तु आग में जलकर नष्ट हो जाएगी और तुम पुन जीवित सुरक्षित बाहर आ जाओगी ।लेकिन हिरण्या कश्यप के घर पर प्रहलाद का जन्म होता है जो की भगवान विष्णु का भक्त होता है हिरण्य कश्यप को भगवान विष्णु से सख्त नफरत होती है वह भगवान विष्णु को पसंद नहीं करते हैं लेकिन जब प्रहलाद का जन्म होता है तो वह भगवान की भक्ति में लीन रहते हैं उसको मिटाने के लिए हीरा कश्यप ने अनेकों प्रयास किया जैसे कि ऊंचे पहाड़ से फेंक दिया जलते खंबे में बांध और बहते जल में फेंका इस तरह की काफी रणनीतियां अपनाई लेकिन हर बार प्रहलाद सुरक्षित भगवान विष्णु की कृपा से सुरक्षित रहते थे तब उन्होंने अपनी बहन होलिका को प्रहलाद को अपनी गोद में लेकर के आग में बैठने के लिए कहा होलिका ने अपने भाई की आग मे प्रवेष करो होलिका ने वैसा ही किया और होलिका जलकर राख हो गई और प्रहलाद नारायण नारायण कहते हैं हुंए बाहर आ गए क्योंकि होलिका को वरदान मिला था कि तुम हमेशा दूसरों की भलाई करना लेकिन उन्होंने तो भलाई करने की बजाय पाप को अपना लिया था इसलिए बुराई पर अच्छाई की जीत हुई बुराई पर अच्छाई भा री पड़ी इसलिए होली का पर्व हमें अपनी बुराइयों को अपने भेदभाव को मतकर के एक दूसरे से प्रेम का व्यवहार करना चाहिए ।

आईए जानते हैं इस बार कब है होलिका दहन का शुभ मुहूर्त ।

फाल्गुन माह में होली का पूर्णिमा तिथि फाल्गुन माह में पूर्णिमा तिथि को होली जलाई जाती है और दूसरे दिन रंग गुलाल खेला जाता है इस वर्ष फाल्गुन माह में पूर्णिमा तिथि 24 मार्च सुबह 9:54 से प्रारंभ होकर दूसरे दिन 25 मार्च को दोपहर 12:29 पर तक होगीकब होगा । होलिका दहन होलिका दहन। 25 मार्च रात 11:13 से लेकर 12:57 तक है इस बार होलिका दहन का समय आपको मिलेगा केवल 1 घंटे 14 मिनट का समय होगा। 2024 में कब मनाई जाएगी होली । होलिका दहन के दूसरे दिन मतलब 25 मार्च को अबकी बार होली मनाई जाएगी इस बार की तरह हर बार की तरह इस बार भी बहुत ही धूमधाम से होली मनाई जाएगी हर बार की तरह इस बार भी पूरे विश्व में होली बड़े ही हर्षों उल्लास और धूमधाम से मनाई जाएगी।

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