जल्द बनवा लें आयुष्मान कार्ड, 18 मई तक चलेगा पखवाड़ा आयुष्मान भारत योजना

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विशेष अभियान चलाकर होगा कार्य, चिह्नित किए जाएंगे ऐसे पात्र लाभार्थी जिनका नहीं बना है कार्ड

  • ग्राम एवं वार्डवार लक्षित लाभार्थियों की सूची बनाकर नोटिस बोर्ड पर की जाएगी चस्पा
    जौनपुर, 04 मई 2022 – जनपद में बुधवार से आयुष्मान पखवाड़ा विशेष अभियान शुरू हो गया है। यह अभियान 18 मई तक चलेगा, जिसमें आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना एवं मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान से आच्छादित आयुष्मान कार्ड विहीन लाभार्थियों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाएगा।
    मुख्य चिकित्साधिकारी (सीएमओ) डॉ लक्ष्मी सिंह ने बताया कि शासन के निर्देश पर चार मई से आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है। यह अभियान 18 मई तक चलेगा। प्रदेश के 40.48 प्रतिशत ऐसे परिवार हैं जिनमें कम से कम एक लाभार्थी के पास आयुष्मान कार्ड है। अब तक 24 प्रतिशत लाभार्थियों का ही आयुष्मान कार्ड बना है।
       उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान विशेष जोर देते हुये लोगों तक यह जानकारी पहुंचाई जाएगी कि आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए कोई भी शुल्क देय नहीं है। पंचायती राज निकायों के जनप्रतिनिधियों से आयुष्मान पखवाड़ा सफल बनाने की अपील की जाएगी। ग्राम एवं वार्ड वार लक्षित लाभार्थियों की सूची बनाकर वहाँ के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की जाएगी। कैम्प की तिथि से पूर्व आशा कार्यकर्ता ग्राम/वार्ड के चिह्नित लाभार्थियों को कैम्प स्थल के बारे में बताएंगी। यह भी बताएंगी कि आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए कैम्प में आधार कार्ड और राशनकार्ड ले जाना अनिवार्य है। 
        आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी (एसीएमओ) डॉ राजीव कुमार ने बताया कि स्टेट एजेंसी फार काम्प्रीहेंसिव हेल्थ एंड इंटेग्रेटेड सर्विसेज (साचीज) की ओर से उपलब्ध कराए गए ग्राम एवं वार्ड वार डाटा के आधार पर कार्य योजना तैयार कर कैम्प के लिए जरूरी मानव संसाधन की व्यवस्था की जा रही है। हर कैम्प के लिए विलेज लेवल इन्टरप्रीनियर (वीएलई) की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जरूरत पड़ने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के आरोग्य मित्रों की भी ड्यूटी लगाई जाएगी। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) की अध्यक्षता में बनी टास्क फोर्स में पंचायती राज, ग्राम विकास, आइसीडीएस विभाग आदि के नोडल अधिकारी शामिल हैं। टास्क फोर्स हर दिन अभियान की उपलब्धियों की समीक्षा करेगी। साथ ही यह सुनिश्चित करेगी कि विभिन्न विभागों के फील्ड कर्मचारी आशा कार्यकर्ता से समन्वय स्थापित कर लक्षित लाभार्थियों को कैम्प के लिए निर्धारित तिथि और स्थान पर लाने के लिए प्रेरित करें। हर ब्लाक स्तरीय प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा शहरी स्वास्थ्य केन्द्र पर प्रभारी चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में बनी टीम क्षेत्र में कार्य योजना संचालन के लिए जिम्मेदार संभाल रही है। यह टीम ही निर्धारित तिथि एवं स्थल पर आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए जरूरी संसाधन की उपलब्धता सुनिश्चित कराएगी।
    कार्य योजना: आयुष्मान भारत के जिला सूचना प्रणाली प्रबंधक हिमांशु शेखर सिंह ने बताया कि कैम्प के आयोजन के लिए कार्य योजना तैयार कर ली गई है जिसमें लाभार्थी डाटा के आधार पर कैम्प की तिथि, कैम्प स्थल, वीएलई का नाम और मोबाइल नम्बर अंकित है। यदि गांव/वार्ड में लक्षित लाभार्थियों की संख्या 50 से अधिक है तो वहां पर एक से अधिक दिवसों में कैम्प लगेंगे अथवा एक ही तिथि पर उस गांव/वार्ड में भिन्न-भिन्न स्थलों पर दो कैम्प लगाए जाएंगे। कैम्प का आयोजन सार्वजनिक स्थल जैसे पंचायत भवन, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र, प्राथमिक विद्यालय आदि पर किया जाएगा। 
    आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक डॉ बद्री विशाल पांडे ने बताया कि लक्षित परिवारों को प्रेरित कर कैम्प में लाने तथा आयुष्मान कार्ड बनवाने पर आशा कार्यकर्ता को प्रोत्साहन राशि मिलेगी। लक्षित परिवार में कम से कम एक आयुष्मान कार्ड बनवाने पर पांच रुपये तथा एक परिवार में एक से अधिक आयुष्मान कार्ड बनवाने पर प्रति परिवार 10 रुपये की प्रोत्साहन राशि सम्बन्धित आशा को देय होगी। कैम्प में आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए विशेष रूप से लगाए गये आयुष्मान मित्र, अन्य विभागों से इस कार्य के लिए चिह्नित कम्प्यूटर आपरेटर को प्रति परिवार एक आयुष्मान कार्ड बनाने पर पांच रुपये तथा एक से अधिक आयुष्मान कार्ड बनाने पर प्रति परिवार 10 रुपये की प्रोत्साहन राशि देय होगी। अभियान के बाद अभियान के दौरान बनाये गये कुल आयुष्मान कार्ड की संख्या के आधार पर आशा/आरोग्य मित्रों के प्रोत्साहन राशि भुगतान के लिए आवश्यक धनराशि साचीज द्वारा जनपदों को उपलब्ध कराई जाएगी।
    1670 बीमारियों का इलाज: डॉ पांडे बताते हैं कि आयुष्मान भारत योजना में 1670 के लगभग बीमारियों का इलाज किया जाता है जिनमें कैंसर, हृदय रोग, हड्डी रोग, सभी प्रकार की सर्जरी, न्यूरो आदि से संबंधित बीमारियों के इलाज की सुविधा है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का जिन्हें पत्र मिला है। अंत्योदय कार्ड (गुलाबी राशनकार्ड) धारक, बिल्डिंग एंड अदर कंसट्रक्शन वर्कर योजना का लाभ उठा सकते हैं। वह पत्र के साथ राशनकार्ड और आधार कार्ड लेकर नजदीकी आयुष्मान मित्र या जनसेवा केंद्र के विलेज लेवल इन्टरप्रीनियर (वीएलई) से सम्पर्क कर अपना आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं।
    पांच लाख रुपये तक का नि:शुल्क इलाज : जनपद में 1,42,205 लक्षित परिवार तथा 7,11,025 लाभार्थी हैं। जनपद में अंत्योदय राशन कार्ड के कुल 1,25,472 लाभार्थी परिवार हैं जिनसे संबंधित 4,14,516 लाभार्थी हैं। इस क्रम में अभी तक 3,52,559 आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं और 15,341 लोगों को निःशुल्क इलाज की सुविधा मिली है। अब सभी अंत्योदय राशन कार्ड धारक अपने परिवार के सभी सदस्यों के आयुष्मान कार्ड बनवा सकते हैं। आयुष्मान कार्ड धारक योजना के तहत पाँच लाख रुपए तक का निःशुल्क इलाज पूरे देश में सूचीबद्ध किसी भी अस्पताल में करवा सकता है।
    जौनपुर से दयाशंकर निगम की रिपोर्ट

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