रायबरेली : थाना मिल एरिया के अंतर्गत शिवा जी नगर निवासी डॉ अशोक कुमार गौतम श्री महावीर सिंह डिग्री कॉलेज, हरचंदपुर–रायबरेली में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं, जो शाम को व्यक्तिगत कार्य हेतु बाइक से इंदिरा नगर जा रहे थे। जैसे ही गोल चौराहा के निकट सर्वोदय नगर स्थित ओवरब्रिज पर पहुंचे, स्थानीय लोगों द्वारा उड़ाई जा रही पतंग जिसमें चाइनीज मंझा लगा हुआ था। चाइनीज मांझा से गला कट गया। हेलमेट और उसकी बेल्ट क्लिप लगी होने के कारण जान बच गई। फिर भी काफी रक्तस्राव हो रहा था। घायल अवस्था में ही श्री अशोक ने 112 में कॉल किया, पुलिसकर्मी आये और कार्रवाई की बात कहकर चले गए। उन्होंने कहा कि अज्ञात लोगों पर F.I.R. दर्ज होना चाहिए।
श्री अशोक ने उक्त घटना की सूचना मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर भी दर्ज दर्ज कराया है, जिसका रिफ्रेंस नंबर 40015825002980 है।
बड़ा प्रश्न है कि जब चाइनीज मांझा लाने और बिक्री पर शासन स्तर से रोक है, तो ये सब आते कहां से हैं? और बेचता कौन है? पुलिस विभाग इन पर रोक क्यों नहीं लगाता है?
सोशल मीडिया की खबरों के अनुसार शाहजहांपुर/बरेली में पुलिस कर्मी की चाइनीज मांझा द्वारा गला कटने से मृत्यु हो गई। ये तो सिर्फ एक घटना है। हमारे जैसी हजारों घटनाएं रोज होती हैं, किन्तु ऐसी घटनाओं को प्रशासन द्वारा छिपा लिया जाता हैं या फिर लोग स्वयं ही ये मानकर बैठ जाते हैं कि पुलिस अथवा स्थानीय प्रशासन कुछ नहीं करेगा। अर्थात सरकार के द्वारा किए गए आदेश को विफल करने में पूरी की पूरी भूमिका प्रशासन कर रहा है, क्योंकि बिक्री पर रोक न लग पाना प्रशासन पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
रायबरेली के कई चौराहों पर लाउडस्पीकर द्वारा ऑटोमैटिक अनाउंसमेंट करके कोरमपूर्ति करने से अच्छा है, मांझा बेचने और खरीदने वालों पर ठोस कानूनी कार्रवाई की जाए, किन्तु ऐसा करने में प्रशासन स्वयं नाकाम हैं। चंद रुपयों के खातिर लोगों की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जो पूरी तरह से निंदनीय है।
हम उत्तर प्रदेश शासन से यह मांग करते हैं कि ऐसे स्थानों एवं ऐसे लोगों को चिन्हित करके कानूनी दंड दिया जाए जिससे वहां पर कोई दूसरी घटना न हो। इसके लिए इंतजाम करते हुए सरकार की मंशा पर पानी फेरने वाले लोगों को दंडित करने का काम करें।
