पेरिस : पीआर श्रीजेश के बेहतरीन प्रदर्शन के दम पर भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर अंतिम चार में जगह बनाई। ब्रिटेन के कई गोल बचाने वाले श्रीजेश ने जीत के बाद कहा ,‘एक गोलकीपर का यह रोज का काम है। कई बार अलग हालात होते हैं लेकिन आज हमारा दिन था।शूटआउट में भी हमारे सभी निशाने सटीक लगे। हमारे खिलाड़ियों ने गोल किए और मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। जब मैं मैदान पर आया तो मेरे सामने दो ही विकल्प थे। यह मेरा आखिरी मैच होता या मुझे दो मैच और खेलने का मौका मिलता।आखिरकार अब मुझे दो मैच और मिलेंगे।
दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने आज ग्रेट ब्रिटेन के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मैच में शानदार खेल का प्रदर्शन किया। अपना आखिरी टूर्नामेंट खेल रहे श्रीजेश एक बार फिर भारतीय हॉकी की दीवार साबित हुए। 42 मिनट तक दस खिलाड़ियों के साथ खेलने के बावजूद भारत ने ब्रिटेन को पेनल्टी शूटआउट में 4-2 से हराकर पेरिस ओलंपिक के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया। तारीफ करनी होगी भारतीय डिफेंस की जिसने 36 वर्ष के श्रीजेश की अगुआई में ब्रिटेन के हर हमले का बचाव करते हुए उसे बढ़त नहीं बनाने दी। ब्रिटेन ने 28 बार भारतीय गोल पर हमला बोला और महज एक कामयाबी मिली। निर्धारित समय तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने पर मुकाबला शूटआउट में गया। श्रीजेश ने मैच के बाद कहा कि क्वार्टर फाइनल में यह सोचकर वह उतरे थे कि यह उनका आखिरी मैच होगा या आगे दो और मैच खेलने का मौका मिलेगा।