रोजाना रूरल कॉमर्स स्टार्ट अप ने पहले सुपर स्टोर का किया उद्‌घाटन, ग्रामीण रिटेल में ला रहे हैं क्रांति।

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अमेठी : जनपद में आज आलोक कुमार प्रमुख सचिव खेल, युवा कल्याण, एमएसएमई सार्वजनिक उद्यम,अमेठी में रोजाना सुपर बाजार के उद्घाटन कार्यक्रम में चीफ गेस्ट के रूप में उपस्थित हुये।आलोक कुमार द्वारा रोजाना स्टोर का फीता काट कर एवं दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया गया व रोजाना के निदेशक अद्वैत विक्रम सिंह द्वारा बताया गया कि रोजाना भारत की सबसे तेजी से बढ़ती ग्रामीण ई-कॉमर्स कंपनी है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली 70-80% आबादी को ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा देने के लिए समर्पित है। रोजाना वर्तमान में मुख्यतः उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा राज्य में परिचालित है। उत्तर प्रदेश के 10 जनपदो के 100 विकासखंडों के 15,000 से अधिक गांवों में परिचालन के साथ दिन प्रति दिन अपने आयामो को बढ़ा रहा है। इसी क्रम में रोजाना का सुपर बाजार अमेठी में खोला गया है जिसमे किराने के सामान, फुटवेयर, घरेलू सभी समान से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है। जहां कस्टमर आकार अपनी पसंद का समान क्रय कर सकते है साथ ही रोजाना इन एप के माध्यम से घर से ऑर्डर बुक कर अपने उत्पादो को फ्री डिलिवरी के साथ मांगा सकते है। आलोक कुमार द्वारा कहा गया कि रोजाना अब ग्रामीण यूपी में 1000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है और 15000 से अधिक ग्रामीण स्तर के उद्यमियों के साथ काम करता है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं हैं, ताकि 10 लाख से अधिक परिवारों को उत्पाद पहुंचाए जा सकें। रोजाना जैसी कंपनियों को समर्थन देना यूपी सरकार का प्राथमिक फोकस है। ऐसी कंपनियां ग्रामीण भारत में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में मदद करेंगी। रोजाना द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय विकेनाओं, कारीगरों और उद्यमियों को एक मंच प्रदान करने का कार्य कर रहा है साथ ही स्वयं सहता समूह कि महिलाओ की महिलाओ को रोजगार एवं उनके उत्पादो को बाज़ार उपलब्ध कराता है यह एक सराहनीय प्रयास है इससे अमेठी क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा एवं रोजगार के नये अवसर युवाओ को मिलेगे। मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने रोजाना द्वारा स्वयं सहायता समूह के उत्पादो को बाज़ार उपलब्ध कराने के कार्य एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओ को प्रेरक पार्टनर के रूप मे रोजगार उपलब्ध कराने के कार्य की प्रशंसा की।

अमेठी से ब्यूरो चीफ दिवाकर मणि त्रिपाठी की रिपोर्ट

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