ज्योति त्रिवेदी /धर्म डेस्क : सनातन धर्म में भगवान शिव के अनगिनत भक्त हैं। हर भक्त, भस्म रमैया भगवान भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए विधि – विधान से उनकी पूजा आराधना और मंत्र का जाप करते हैं। भगवान शिव को सोमवार का दिन समर्पित है। इस दिन शिवलिंग का कच्चे दूध से अभिषेक करने का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि इस दौरान रुद्राक्ष की माला से 108 बार ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप करना बेहद लाभकारी माना गया है। 3 शब्दों का यह मंत्र बहुत शक्तिशाली और चमत्कारी माना जाता है। तो आइए जानते हैं इस मंत्र के बारे में…
मंत्र जाप की विधि
भगवान शिव का यह मंत्र हमेशा किसी तीर्थ स्थल, मंदिर या फिर एकांत जगह में बैठकर करना चाहिए।
ओम नम: शिवाय मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से ही करना चाहिए।
इस मंत्र का जाप कम से कम 108 बार नियमित रूप से करना फलदायी माना जाता है।
इस महामंत्र का जाप योग मुद्रा में बैठकर पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख करके करना चाहिए।
ऐसा कहा जाता है कि ओम नम: शिवाय मंत्र के उच्चारण से समस्त नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है।
मंत्र के फायदे
जो व्यक्ति ओम नम: शिवाय मंत्र का नियमित रूप से जाप करता है, उसे धन लाभ होता है और साथ ही शत्रुओं को परास्त भी करता है।
इस मंत्र के जाप से संतान सुख की प्राप्ति होती है।
यह महामंत्र आपकी हर तकलीफ को भी दूर कर सकता है।
इस मंत्र के जाप से जीवन बहुत आसान और सुखमय हो जाता है। इसका जाप मोक्ष की प्राप्ति के लिए भी की किया जाता सकता है।