राष्ट्रीय लोक अदालत में 1,65,780 वाद हुए निस्तारित
रायबरेली : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण व उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के निर्देशानुसार आज वर्ष की चतुर्थ राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन जनपद न्यायालय रायबरेली में माननीय जनपद न्यायाधीश राजकुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें कुल 1,65,780 वाद निस्तारित किये गये। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारियों द्वारा कुल 5821 वाद निस्तारित हुए।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायबरेली के सचिव अपर जिला जज अनुपम शौर्य के द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में माननीय जनपद एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार सिंह के द्वारा कुल 1 वाद का निस्तारण किया गया, जिसमें समझौता धनराशि 5,557, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय अनुपमा गोपाल निगम के द्वारा 23 वाद, मोटर दुर्घटना दावा प्राधिकरण के प्रभारी पीठासीन अधिकारी ध्रुव कुमार तिवारी के द्वारा 60 वाद एवं प्रतिकर धनराशि 3,92,17,000 , विशेष न्यायाधीश(एस0सी0/एस0टी0एक्ट) श्रीमती प्रतिमा द्वारा 96 वाद व 600 रु का अर्थदण्ड, चतुर्थ अपर जिला जज/विशेष न्यायाधीश ई0सी0एक्ट के द्वारा 77 वाद तथा प्रतिकर धनराशि रु0 2,53,11,010 विशेष न्यायाधीश पाक्सो आलोक कुमार सिंह द्वारा 7 वाद एवं रु0 3500 का अर्थदण्ड, अपर जिला जज एफ0टी0सी0-प्रथम विद्याभूषण पाण्डेय के द्वारा 02 वाद एवं रु0 1000 का अर्थदण्ड, अपर जिला जज/एफ0टी0सी0-द्वितीय सुशील कुमार वर्मा के द्वारा 4 वाद एवं रु0 2500 का अर्थदण्ड, अपर जिला जज/एफ0टी0सी0-तृतीय विमल त्रिपाठी के द्वारा 4 वाद एवं रु0 2000 का अर्थदण्ड, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट पवन कुमार सिंह के द्वारा 1562 वाद एवं रु0 2,14,730 का अर्थदण्ड, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम अमोद कंठ के द्वारा 704 वाद एवं रु0 2,10,110 का अर्थदण्ड, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-द्वितीय प्रभाष कुमार त्रिपाठी के द्वारा 1327 वाद एवं रु0 3,56,500 का अर्थदण्ड, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट तृतीय सिद्दीकी साईमा जर्रार आलम के द्वारा 601 वाद एवं रु0 10,660 का अर्थदण्ड,चतुर्थ अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डा0 विवेक कुमार-द्वितीय के द्वारा 144 वाद एवं रु0 36,100 का अर्थदण्ड, अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय प्रथम चन्द्रमणि मिश्रा के द्वारा 20 वाद, अपर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय द्वितीय रचना सिंह के द्वारा 8 वाद, अपर सिविल जज(वरिष्ठ संवर्ग) नीरज सिंह द्वारा 471 वाद एवं रु0 1,13,920 का अर्थदण्ड, सिविल जज(वरिष्ठ संवर्ग) अनिशा के द्वारा 12 वाद निस्तारित किये गये जिसमें उत्तराधिकार मामलों में समझौता धनराशि रु 1,11,37,403, सिविल जज(कनिष्ठ संवर्ग) खैरुननिशाँ के द्वारा 16 वाद निस्तारित किये गये तथा उत्तराधिकार मामलों में समझौता धनराशि 23,561,54 न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय सुश्री ज्योति प्रकाश सिंह के द्वारा 175 वाद व अर्थदण्ड रु0 2500, ग्राम न्यायालय तहसील-लालगंज देवेश कुमार यादव के द्वारा 22 वाद, ग्राम न्यायालय तहसील-सलोन अंकित कुमार सिन्हा के द्वारा 54 वाद व अर्थदण्ड रु0 540, ग्राम न्यायालय तहसील-ऊँचाहार मनु गुप्ता के द्वारा 55 वाद व अर्थदण्ड रु0 550, अपर सिविल जज कनिष्ठ संवर्ग प्रथम सुश्री श्रेया सोलंकी के द्वारा 102 वाद व अर्थदण्ड रु0 1620, अपर सिविल जज (कनिष्ठ संवर्ग) तृतीय शमवील रिजवान के द्वारा 126 वाद व अर्थदण्ड रु0 1875, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट (लघु वाद) एच0एन0 मिश्रा के द्वारा 11 वाद व अर्थदण्ड रु0 3000 निस्तारित कर जमा कराये गये।
इसके अतिरिक्त जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग के अध्यक्ष मदन लाल निगम द्वारा 14 वाद निस्तारित करते हुए रु0 7,96,273 समझौता धनराशि तय की गयी। जनपद रायबरेली के समस्त विभागों के द्वारा प्री-लिटिगेशन के माध्यम से कुल 1,63,448 वादों का निस्तारण करते हुए कुल समझौता धनराशि रु0 8,77,33,416 (आठ करोड़ सत्ततर लाख तेतिस हजार चार सौ सोलह रुपये) तय की गयी।
इस प्रकार जनपद रायबरेली में राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी विभागों द्वारा कुल 1,65,780 मामले तय किये गये, जिसमें अर्थदण्ड रु0 11,60,255 (ग्यारह लाख साठ हजार दो सौ पचपन) अधिरोपित किया गया।
इस लोक अदालत में अन्य मामलों के साथ-साथ बड़ी संख्या में ई-चालान के मामले, चेक बाउंस(एन0आई0एक्ट) के मामले तथा वैवाहिक