निस्वार्थ जनता की सेवा करना मेरा उद्देश्य – विनोद सोनकर
रायबरेली नगर पालिका के चुनाव को लेकर सभी प्रत्यासी अपनी अपनी जीत का दावा जरूर कर रहे है लेकिन जिस तरह से इस बार अनुसूचित जाति की सीट फाइनल होने के बाद सबसे ज्यादा सुर्खियों में आए है निर्दलीय प्रत्याशी अश्वनी कुमार उर्फ विनोद सोनकर जिनके साथ शहर के सैकड़ों सोनकर और मुस्लिम सहित सामान्य वर्ग के लोग जुड़े है उससे एक बात साबित होती दिखाई दे रही है की कही इस बार कांग्रेस और भाजपा सपा को जनता नकार कर निर्दलीय प्रत्याशी को नगर पालिका की कमान न सौप दे क्योंकि विनोद सोनकर बीते पांच वर्ष से लगातार जनता के बीच में बने रहे है बिना किसी स्वार्थ के जनता की मदद कर रहे थे और यही कारण है की जब कोरोना काल के दौरान गरीब लोग परेशान थे तो उस वक्त विनोद सोनकर ने आगे आकर रोजाना कारीगरों से पूड़ी सब्जी तो कभी दाल रोटी बनवा कर गरीबों के बीच पहुंच जाते थे जिसे पाकर गरीब व्यक्ति के चेहरे पर निखार आ जाता था जिसके कारण गरीब तबके के लोग आज भी विनोद सोनकर के साथ खड़े दिखाई दे रहे है वही चुनाव के समय सभी प्रत्यासी वादे तो बड़े बड़े कर रहे है लेकिन चुनाव जीतने के बाद सारे वादे भूल जाते है ये बात जनता कहती है लेकिन अब किसको जीत मिलेगी या किसको हार ये जनता को तय करना है और आने वाली 4 तारीख को जनता इसका फैसला कर देगी