राष्ट्रीय ब्रह्म चेतना ग्रुप के राष्ट्रीय अध्यक्ष और युवा समाजसेवी ज्ञान प्रकाश तिवारी ने दिनांक 3 मई दिन मंगलवार को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर युवा जनकल्याण समिति के समस्त कार्यकारिणी के पदाधिकारियों को परशुराम जी की जयंती मनाने की अपील की। उन्होंने सभी राज्यों और जनपद में सम्मानित ब्राह्मण से निवेदन किया 3 मई का दिन हम सब के महान शिरोमणि और महान ज्ञान दाता भगवान श्री परशुराम की जयंती है जिनके संघर्षों और आदर्शों को याद करते हुए यह कार्यक्रम सभी को अपने जनपदों और राज्यों में धूमधाम से मनाना चाहिए
इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश तिवारी ने समस्त ब्राम्हण समाज व विप्रजनों से सोशल मीडिया के माध्यम से भगवान परशुराम जी की जयंती मनाने के लिए अपील की .
ब्राह्मण व विप्र वर्ग किसी संगठन में ना रहते हुए भी स्वयं भगवान परशुराम जी कि प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको नमन करें,परशुराम जी को स्मरण करना ब्राह्मण कुल के लिए महान कार्य है साथ ही जितने भी परशुराम जी के भक्त वाले संगठन है वह सामूहिक रूप से हर्षोल्लास के साथ जयंती मनावें व ब्राह्मण समाज कि रक्षा व एकता कि दिशा में सदैव समर्पित रहें। राष्ट्रीय अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश तिवारी ने बताया कि भगवान
परशुराम श्री विष्णु जी के छठे अवतार हैं तथा हिंदू मान्यताओं के अनुसार परशुराम जी चिरंजीवी है,इसीलिए परशुराम जी का वर्णन रामायण और महाभारत दोनों ग्रंथों में मिलता है.परशुराम जी ब्रह्मा के मानस पुत्र भ्रंगु ऋषि के बड़े पुत्र ऋषि जमदग्नि के पुत्र थे और अष्ट सिद्धि तथा समस्त पुराण उपनिषद और 4 वेदों के ज्ञाता हैं।इसलिए हम सभी को भगवान परशुराम की मूर्ति स्थापित करते हुए माल्यार्पण कर उनका ध्यान और पाठ करना चाहिए