रायबरेली : आपको बता दें कि साइबर ठगी का एक और बहुत बड़ा मामला रायबरेली जिले में उजागर हुआ है। इस बार ये साइबर ठगी नकली आधारकार्ड बनाकर लोगों को ठगने का काम किया जा रहा था। सूत्रों की माने तो इस साइबर ठगी का मामला मात्र रायबरेली जिले तक ही नहीं अपितु प्रदेश के कई जिले में फैलने की आशंका जताई जा रही है। साइबर ठगी का मामला प्रकाश में तब आया जब दिनांक 10/10/2024 को सुनील,अमित, वसीम, और अंशु नाम के युवक शहर कोतवाली क्षेत्र के यूको बैंक में खाता खुलवाने के लिए गए थे। जब बैंक के प्रबंधक के द्वारा डैक्यूमेंट चेक किए गए तो युवकों के आधारकार्ड बैंक प्रबंधक के द्वारा नकली होने की आशंका हुई तभी बैंक मैनेजर ने इन युवकों से नाम पता पूछा परंतु युवकों द्वारा सही जवाब न मिलने पर प्रबंधक ने कोतवाली थाना में शिकायत दर्ज कराकर साइबर ठगी करने वाले युवकों को पुलिस के द्वारा पकड़ाया गया। पुलिस की पूछताछ में सुनील, अंशु और अमित ने बताया कि वसीम और सारिफ ने रायबरेली से हमे नकली आधारकार्ड बनाकर दिए और इस फर्जी आधारकार्ड से लगभग 6 – 7 बैकों में खाता खुलवा चुका हूं। ये युवक फर्जी आधारकार्ड बनाकर एडिटिंग करके विभिन्न जनपदों में फर्जी बैक खाते खुलवाकर, लोगों के साथ साइबर फ्राड कर लोगों के खाते से पैसा निकालने का काम कर रहे थे। इन साइबर ठगी करने वाले अभियुक्तों को रायबरेली पुलिस के द्वारा पकड़े जाने से जिले के अन्य लोगों को ठगी से बचाने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया गया।