रायबरेली : भारत सरकार के तेल एवं गैस कंपनियों के निगमित सामाजिक दायित्व निधि से एवं भारत सरकार की महारत्न कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड के नेतृत्व में संचालित कौशल विकास संस्थान रायबरेली का औचक निरीक्षण गेल ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट के कार्यकारी निदेशक संजय अग्रवाल द्वारा किया गया। निरीक्षण के दौरान संस्थान के प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि “कौशल प्रशिक्षण आज के युग की आवश्यकता है। यदि आप कोई एक कौशल विकसित कर लेते हैं तो इंडस्ट्री में आपकी उपयोगिता बनी रहेगी और उसे कौशल के माध्यम से आप अपनी आजीविका कमाने के साथ-साथ देश के विकास में योगदान दे सकते हैं। आप जैसे ही कुशल युवाओं की बदौलत आने वाले समय में अपना भारत एक विकसित राष्ट्र की परिकल्पना को साकार कर सकता है।”
इस अवसर पर कौशल विकास संस्थान रायबरेली के मुख्य प्रशिक्षण प्रबंधक संजय वर्मा जी ने यहां प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को संस्थान की विगत 7 वर्षों की विकास यात्रा से अवगत कराया। संस्थान के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजेश मणि त्रिपाठी ने गेल और उसके पदाधिकारीयों द्वारा मिल रहे सहयोग एवं मार्गदर्शन की भूरि भूरि प्रशंसा की और आशा व्यक्त की, कि भविष्य में भी संस्थान को यह सहयोग और मार्गदर्शन यूं ही प्राप्त होता रहेगा जिससे हमारे रायबरेली क्षेत्र के युवा अपने कौशल को निखार कर देश के विकास में अपना योगदान दे सकेंगे। संस्थान के प्रधानाचार्य योगेंद्र मिश्रा कार्यक्रम में उपस्थित जनों का आभार व्यक्त किया और छात्रों को निरंतर आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया। संजय अग्रवाल जी कार्यक्रम के दौरान संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित संविधान से संबंधित प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया और और उनको ड्रेस वितरित करने के साथ-साथ पठन सामग्री भी वितरित की।
निरीक्षण के दौरान संजय अग्रवाल जी ने संस्थान में संचालित हो रहे पांचो संकायों के प्रयोगशालाओं का भ्रमण किया और शिक्षकों से तकनीकी गतिविधियों की जानकारी ली। निरीक्षण और प्रयोगशाला भ्रमण के पश्चात संस्थान के प्रांगण में मुख्य कार्यकारी निदेशक द्वारा पौधारोपण भी किया गया।
इस औचक निरीक्षण के दौरान संस्थान के सभी प्रशिक्षक और अन्य कर्मचारी गण भी उपस्थित रहे। ज्ञात हो कि कौशल विकास संस्थान रायबरेली पांच तरह की तकनीकी संकायों में बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर रोजगार से जोड़ने के लिए सतत प्रयासरत है।