ऊंचाहार के एनटीपीसी के बड़े अधिकारियों ने कई परिवारों की रोजी रोटी छीनने का किया प्रयास

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ऊंचाहार : आपको बता दें कि रायबरेली के ऊंचाहार में स्थित नेशनल थर्मल पावर के गेट नंबर दो के बाहर लोगों के रोजमर्रा वाली दुकानें विगत 30 से 35 वर्ष पूर्व से लगाई जा रहीं। इन दुकानों की वजह से एनटीपीसी परिसर के अंदर रहने वाले लोगों और बाहर से आने वाले लोगो को सामान की खरीदारी करने में काफी सुलभता हो जाती थी। लोगो की खरीदारी से इन दुकानदारों के परिवारजन का पालन पोषण अच्छे से चला रहा था छोटे बच्चों की शिक्षा दीक्षा भी आसानी से चल रही थी परंतु एनटीपीसी के अधिकारियों के द्वारा अचानक से तालिबानी फरमान सुनाकर, दुकानों के सामने नोटिस चस्पा कर दिया गया। और इस नोटिस में आदेश ऐसा कि सात दिनों के अंदर दुकान हटाया जाए। इसके अलावा एनटीपीसी अधिकारियों के द्वारा नोटिस के माध्यम से दुकानदारों को धमकाने का भी प्रयास किया गया कि अगर सात दिनों के अंदर दुकानदार अपनी दुकान स्वेच्छा से नही हटाते है तो अन्य बल का प्रयोग कर दुकानें हटाई जाएंगी। एनटीपीसी अधिकारियों की ये कैसी मनमानी कि गरीब दुकानदारों की रोजी रोटी छीनने को बेताब बैठे है
एनटीपीसी के अधिकारियों ने नोटिस में गेट को और बड़ा बनाने का तर्क दे रखा है। जबकि सूत्रों से मिली खबर के अनुसार एनटीपीसी परिसर का बाउंड्री वॉल से लगा नाला है और नाले के इस पार पीडब्ल्यूडी की सड़क की पटरियों पर लगी हुई दुकानें है जिस पर एनटीपीसी का कोई शायद अधिपत्य नही बनता है इसके बावजूद एनटीपीसी अधिकारियों का तानाशाही रवैया इन पीड़ित दुकानदारों को लगातार झेलना पड़ रहा है आखिर इस तानाशाही रवैए को कब तक झेलते रहेंगे दुकानदार और कैसे परवरिश होगा इन पीड़ित दुकानदारों के परिवार का, इन पीड़ित दुकानदार परिवारों को कब मिलेगा न्याय

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