जौनपुर। जनपद में करोड़ों रुपये रायल्टी न जमा करने वाले ईंट भट्ठों पर आखिरकार योगी सरकार का बुलडोजर चलना शुरू हो गया। बुधवार को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट हिमांशु नागपाल के नेतृत्व में तीन ईंट भट्ठों में पानी डालकर ठंडा किया गया और लाखों कच्ची ईंट बुलडोजर से नष्ट कराई गई। पहले दिन की कार्रवाई का असर रहा कि एक संचालक ने भागते हुए कार्यालय जाकर बकाया जमा किया तो दो ने निवेदन कर एक दिन की मोहलत मांगी।
जनपद में 2017 व 18 में 7.50 करोड़ रुपये रायल्टी बकाया होने पर संचालकों को आरसी जारी की गई है। कहा गया है कि पुराने बकाये का भुगतान हुआ नहीं और वर्ष 2019, 2020 व 2021 में भी ृ12.50 करोड़ रुपये की देनदारी हो गई। इतना ही नहीं इस साल भी 519 ईंट-भट्ठों में 25 फीसद ने ही रायल्टी जमा किया है। जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा व अपर जिलाधिकारी रामप्रकाश ने बैठकों में जल्द से जल्द रायल्टी जमा करने को कहा था। इतना ही नहीं इसके लिए कई बार तिथि भी तय की गई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। जनवरी में कई दिन ट्रैक्टर चलाकर कच्ची ईंट नष्ट कराई गई, लेकिन बारिश हो जाने और इसके बाद विधानसभा चुनाव के कारण अभियान रोक दिया गया।
जिलाधिकारी के निर्देश पर पुन: अभियान शुरू किया गया है। सदर तहसील क्षेत्र के एमआरवाई ईंट भट्ठा कजगांव, आरडीवाई ईंट भट्ठा गोपीपुर व आनंद ईंट उद्योग कुद्दूपुर के ईंट भट्ठों में अग्निशमन विभाग के टैंकर से पानी छोड़ा गया और बुलडोजर चलाकर कच्ची ईंटों को नष्ट कराया गया। तीनों पर सात लाख रुपये से अधिक की देनदारी है। वहीं अभियान की जानकारी होते ही एक ईंट भट्ठा संचालक ने जिला मुख्यालय जाकर पैसा जमा कर दिया जबकि एक-एक लाख के दो बकाएदारों ने एक दिन की मोहलत मांगी है। अभियान में खनन अधिकारी विनीत कुमार, नायब तहसीलदार विक्रम कुमार सहित पुलिस व अग्निशमन विभाग के कर्मी शामिल रहे। दयाशंकर निगम की रिपोर्ट