पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने के खुशी, अन्नपूर्णा भोजनालय 10000 से ज्यादा जरूरतमंदो में भोजन वितरण करेगा

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संजय कुमार-गोरखपुर-प्रयास एक परिवर्तन का, परिवार द्वारा जन जन के सहयोग से की जा रही भिन्न भिन्न स्थानों पर सेवाओं के साथ गत 26 फरवरी से गोरखनाथ मंदिर रोड स्थित अन्नपूर्णा भोजनालय, (तिलक मैरिज हॉउस के पहले) में सुबह से शाम तक रु 10 में भोजन व रात्रि में निःशुल्क भोजन वितरण किया जा रहा है।
इसी क्रम में पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी के पुनः मुख्यमंत्री बनने के अवसर पर एक भंडारे का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें मनकेश्वर पाण्डेय,शोएब अहमद, कृष्ण मुरारी श्रीवास्तव,डॉ मंगलेश, डॉ विनोद, डॉ अनुज, अवध गुप्ता, प्रफुल्ल नागरकर, शरद खंडेलवाल, समीक्षक रहमानी, संचल श्रीवास्तव, कीर्ति रमण दास,खैरुल बशर,भाजपा से अस्मिता चंद, राहुल श्रीवास्तव, अमिता गुप्ता, मनु जायसवाल,दिव्येन्दु नाथ एडवोकेट, अनुपमा पाण्डेय,व सुधीर जैन, संजीत श्रीवास्तव, दीपा वर्मा, ज्योत्स्ना पाल,कमला मौर्या,गीता गुप्ता, सुनिशा श्रीवास्तव, संगीता मल्ल,संजय गुप्ता, नीरज मध्यान, विजय श्रीवास्तव, चैतन्य कुमार,देवर्षि श्रीवास्तव से अब तक मिले सहयोग से 10000 से ज्यादा जरूरतमंदो को भोजन 5 अप्रैल , मंगलवार,शाम 5 बजे से प्रयास एक परिवर्तन का, परिवार द्वारा संचालित गोरखनाथ मंदिर रोड स्थित ,”अन्नपूर्णा भोजनालय” निकट तिलक मैरिज हॉउस पर कराया जायेगा।
आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए संयोजक प्रवीण कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि ये अपने तरह का पहला आयोजन है जिसमें भिन्न भिन्न सम्प्रदाय, संस्थाओं से जुड़े लोग सहयोग कर रहे हैं,पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में।
यदि इस प्रकार का विचार हमारा आपका हो, तो आने वाले समय में अन्नपूर्णा मुहिम में 10 लाख जरूरतमंदो को भोजन कराने व ” खाली पेट न सोये कोई”, को पूर्ण करने में सक्षम होंगे।
इसी प्रकार नवरात्रि में कन्या पूजन के साथ साथ कुछ जरूरतमंदो के लिए भी भोजन,रमज़ान माह में रोजेदारों के इफ्तारी के लिए,या सर्व समाज में पड़ने वाले भिन्न भिन्न आयोजन में थोड़ा थोड़ा संसाधनों द्वारा , “संवेदनशील समाज निर्माण अभियान” में सहयोग करें,तो निश्चित रूप से हम समाज की हर प्रकार की जरूरतों को पूर्ण करने में सक्षम होंगें, केवल एक शुरुआत की आवश्यकता है। “संवेदनशील समाज निर्माण अभियान” में
आपका मात्र रु1/दिन का सहयोग किसी व्यक्ति को भोजन भी उपलब्ध करा सकता है।एक प्रयास समाज के उस वर्ग की मानसिकता बदलने का, जो ज्यादा संसाधन न होने का सोचकर सहयोग की शुरुआत नही कर पाते,इस अप्रैल माह में हिंदु मान्यता के पवित्र नवरात्रि,रामनवमी व मुस्लिम मान्यता के पवित्र रमज़ान माह, सिक्ख धर्म के वैशाखी पर्व व ईसाई समुदाय के गुड फ्राइडे के अवसर पर एक कदम मानवता के लिए, “खाली पेट न सोये कोई” मात्र रु 20 एक व्यक्ति के भोजन के लिए अपेक्षित है।

मीडिया के माध्यम से ‘प्रयास एक परिवर्तन का’ परिवार का विन्रम अनुरोध समाज के सभी संवेदनशील जनों व संस्थाओं से है कि वो बेहतर समाज के निर्माण में सुझाव व यथा सम्भव सहयोग प्रदान करें।

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