रायबरेली : माननीय उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के एक्शन प्लान माह अक्टूबर में दिये गये निर्देश के अनुपालन व माननीय जनपद न्यायाधीश श्री तरुण सक्सेना के दिशा-निर्देशन में बालिका आश्रय गृह में बालिकाओं के शिक्षा एवं व्यवसाय विषय पर जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। उक्त शिविर की अध्यक्षता अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनुपम शौर्य के द्वारा की गयी। उक्त शिविर में पराविधिक स्वयं सेवक पूनम सिंह के द्वारा बालिकाओं की शिक्षा एवं व्यवसाय व सर्वाइकल कैंसर के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। वन स्टाप सेन्टर के काउन्सलर श्रद्धा सिंह के द्वारा बताया गया कि राज्य सरकार के द्वारा बालिकाओं व महिलाओं के हितार्थ 90 दिन का विशेष जागरुकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। उनके हितार्थ हेल्पलाइन नं0 1090, 181 व चाइल्ड केयर नं0 1098 के सम्बन्ध में बताया गया। उक्त कार्यक्रम में उपस्थित जिला प्रोबेशन अधिकारी जयपाल वर्मा द्वारा महिला सश्क्तिकरण योजना के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा उपस्थित बालिकाओं को व्यवसायिक शिक्षा के प्रति प्रेरित किया गया। उक्त अवसर पर उपप्रधानाचार्य रमेश चन्द्र दुबे के द्वारा बताया गया कि शिक्षा ही एक ऐसा महत्वपूर्ण विषय है, जिसको अपनी उम्र के आवश्यकतानुसार प्राप्त कर सकते हैं। शिक्षा ही आपके जीवन में निखर ला सकती है। इसके साथ-साथ योग व संतुलित भोजन करने हेतु बताया गया। शिविर में अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनुपम शौर्य के द्वारा बताया गया कि अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस बीजिंग घोषणापत्र बालिकाओं के अधिकारों को विशेष रुप से पुकारने वाला पहला घोषणापत्र है। 19 दिसंबर, 2011 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव 66/170 को पारित कर 11 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस घोषित किया, ताकि लड़कियों के अधिकारों और दुनिया भर में लड़कियों के सामने आने वाली चुनौतियों को मान्यता दी जा सके। सचिव द्वारा बताया गया कि बालिकाओं हेतु सुरक्षा, शिक्षा एवं स्वास्थ्य तीनों बेहद आवश्यक है। बालिकाएं देश का भविष्य है। उक्त अवसर पर सर्वाइकल कैंसर व सेनेट्ररी नैपकीन के सम्बन्ध में भी जानकारी देकर सेनेट्ररी नैपकीन का वितरण किया गया। इस अवसर पर अधीक्षिका नीतू सिंह को निर्देशित किया गया कि वह सभी बालिकाओं को सर्वाइकल कैंसर के सम्बन्ध में चिकित्सीय सलाह एवं परामर्श प्रदान करने के सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उक्त जागरुकता शिविर में गाँधी सेवा निकेतन के प्रबन्धक अरुण मिश्रा, पराविधिक स्वयं सेवक पवन कुमार श्रीवास्तव, मनोज कुमार प्रजापति व नागेन्द्र कुमार उपस्थित रहे।