ऊंचाहार में लोगों की आवागमन को सुगम बनाने के लिए बनेगा अंडरपास
ऊंचाहार रेलवे क्रासिंग पर जाम की समस्या से निपटने के लिए रेलवे विभाग ने अंडरपास बनाने के लिए सस्तुति दे दी है। यह अंडरपास लगभग 3 करोड़ की लागत से बनाया जायेगा। अंडरपास बनने से ऊंचाहार व आसपास से आने वाले लोगों को जाम से छुटकारा मिल जाएगा।
लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग पर ऊंचाहार कस्बे में रेलवे क्राॅसिंग संंख्या 44-ए स्थित है। इस पर ओवरब्रिज बनवाया गया था। हाइवे पर दौड़ने वाले वाहन तो फर्राटा भरते हुए ओवरब्रिज से निकल रहे थे, लेकिन नगर वासियों खासकर व्यापारियों और छात्र-छात्राओं को मुश्किलें हो रही थीं।
इसी वजह से क्रॉसिंग से होकर आते-जाते थे। समस्या उस समय बढ़ गई, जब क्रॉसिंग को पूरी तरह बंद कर दिया गया। इससे नगर दो हिस्सों में बंट गया। इसका असर व्यवसाय पर भी पड़ा। इससे व्यापारी काफी नाराज हैं। व्यापारियों के साथ ही छात्र-छात्राओं को भी लंबा चक्कर लगाकर ओवरब्रिज के रास्ते आना-जाना पड़ रहा है।
इस समस्या को देखते हुए रेलवे ने क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने का फैसला लेते हुए मंजूरी दे दी है। इससे व्यापारियों, छात्र-छात्राओं और नगर वासियों को राहत मिलेगी।
अक्तूबर से शुरू होगा निर्माण कार्य
रेलवे के सहायक मंडल अभियंता-प्रयाग राकेश कुशवाहा ने बताया कि रेलवे ने ऊंचाहार की क्रॉसिंग पर अंडरपास बनाने की मंजूरी दे दी है। प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। लगभग तीन करोड़ की लागत से अंडरपास बनेगा, जिसकी चौड़ाई लगभग चार मीटर और ऊंचाई ढाई मीटर होगी। अक्तूबर से निर्माण कार्य शुरू करा देंगे। कोशिश होगी कि जल्द से जल्द काम पूरा करा दिया जाए।आवागमन होगा सुगम, विद्यार्थी भी तय नहीं करेंगे लंबी दूरी
ऊंचाहार नगर में जाम की समस्या अधिक रहती है। क्रॉसिंग बंद होने के बाद लोग ओवरब्रिज की लंबी दूरी तय करने के बजाए कोतवाली रोड से होकर आवागमन करते हैं, जिससे जाम लगता रहता है। क्रॉसिंग पर रेलवे अंडरपास बनने से लोगों का आवागमन सुगम होगा। अंडरपास से कार, जीप, बाइक, ई-रिक्शा आदि छोटे वाहन निकल सकेंगे। ट्रक, बस समेत बड़े व भारी वाहनों को ओवरब्रिज से आना-जाना होगा। कस्बे के व्यापारियों को सुविधा मिलेगी तो छात्र-छात्राओं को लंबी दूरी तय नहीं करनी पड़ेगी।