मां बनने का अहसास दुनिया का सबसे खुशनुमा अहसास होता है, लेकिन जरा सी भी लापरवाही बरती जाए, तो प्रेग्नेंसी (Pregnancy) के पूरे नौ महीने तकलीफदायक भी हो सकती है. प्रेग्नेंसी को तीन ट्राइमेस्टर में बांटा गया है, पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही. इसमें पहली और तीसरी तिमाही काफी नाजुक होती है. इस पीरियड के दौरान थोड़ी सी भी लापरवाही की, तो गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है. ऐसे में पूरे 9 महीने एक गर्भवती महिला को अपनी सेहत के प्रति काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है. डाइट, लाफस्टाइल, एक्सरसाइज आदि का खास ख्याल रखना चाहिए, ताकि आप मेंटली और फिजिकली फिट रहें और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकें. यहां हम आपको कुछ टिप्स (How to stay fit during pregnancy) बता रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप खुद को रख सकती हैं हेल्दी और फिट
टीओआई की खबर के अनुसार, गर्भावस्था के पूरे 9 महीने खानपान में कोई भी लापरवाही ना बरतें. आप जो भी खाएंगी वो आपके शिशु को भी लगेगा. अक्सर, प्रेग्नेंसी के पहले महीने में कुछ महिलाओं को उल्टी, मितली, भूख न लगना, थकान जैसी परेशानियां होती हैं, जिससे उनका खानपान भी गड़गड़ हो जाता है. अपने डाइट में हल्की भुनी पसंदीदा सब्जियों को शामिल करें. फाइबर से भरपूर सब्जियां, फल खाएं. हरी पत्तेदार सब्जियों और फलों के सेवन से आपका शिशु भी हेल्दी होगा.
प्रेग्नेंसी के दिनों में शरीर में आयरन की कमी न होने दें. अक्सर महिलाओं के शरीर में आयरन की कमी होती है, जिससे उनमें खून की कमी हो जाती है. वे एनीमिया से ग्रस्त हो जाती हैं. आयरन से भरपूर फू़ड्स को डाइट में शामिल करें. इसके अलावा, विटामिन सी के साथ आयरन लें ताकि शरीर में आयरन एब्जॉर्प्शन सही हो सके. आप दाल, फल, मीट खाएं. नींबू पानी, संतरा का जूस पीकर भी आयरन एब्जॉर्प्शन को बढ़ा सकती हैं.
आप खुद को हाइड्रेटेड रखने की कोशिश करें. अपने साथ हमेशा एक बोतल पानी रखें और बीच-बीच में पानी पीती रहें. साथ ही नारियल पानी, स्मूदी, फलों से तैयार जूस और शेक्स भी पी सकती हैं, ताकि शरीर में पानी की कमी ना हो. डाइट में उन फलों को शामिल करें, जिनमें पानी की मात्रा अधिक होती है. खीरा, खरबूज, टमाटर, लौकी, तरबूजा आदि खाएं, खासकर गर्मी के सीजन में. इतना ही नहीं
फॉलिक एसिड का सेवन भी प्रेग्नेंसी के दिनों में बहुत जरूरी होता है. इसे आप हरी पत्तेदार सब्जियों, दालें, फोर्टिफाइड अनाज के सेवन से पा सकती हैं. प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने में आपको फॉलिक एसिड सप्लीमेंट्स लेने की जरूरत होगी, क्योंकि यह भ्रूण को हेल्दी रखने में मदद कर सकता है.
दिन भर में हेल्दी स्नैक्स का सेवन करना भी है जरूरी. इसके लिए आप रोस्टेड बादाम, काजू खाएं. ड्राई खुबानी, प्रोटीन बार्स, सीरियल बार्स अपने साथ रखें और थोड़े-थोड़े गैप में खाती रहें.
हेल्दी प्रेग्नेंसी तभी संभव है, जब आप प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद लेंगी. सारा दिन काम करके शरीर थक जाता है, ऐसे में आराम करना भी जरूरी है. गर्भवास्था में बायीं करवट लेकर सोएं. बायीं करवट में सोने से शरीर में रक्त प्रवाह सही से होता है और पेट पर दबाव भी कम पड़ता है. एक बात का ध्यान रखें कि आपका बिस्तर और तकिया कंफर्टेबल हो.
शारीरिक रूप से एक्टिव रहें, कुछ हल्के एक्सरसाइज, योग करें. प्रतिदिन रात में डिनर करने के बाद 15-30 मिनट टहलें. इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही बना रहेगा. आप फिजिकली और इमोशनली फिट महसूस करेंगी. डिलीवरी के समय अधिक समस्या नहीं होगी.
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प्रेग्नेंसी के दौरान कुछ चीजों के सेवन से बचना चाहिए जैसे कच्चा या अधपका मांस, कच्चा अंडा, पपीता. उबला अंडा खा सकती हैं, पर ध्यान रखें कि पीला वाला भाग अच्छी तरह से पक गया हो.
बहुत ज्यादा किसी बात को लेकर चिंतित या स्ट्रेस में न रहें. इससे मानसिक और शारीरिक सेहत को नुकसान पहुंच सकता है. यदि आपको डिलीवरी के दौरान होने वाली समस्याओं को लेकर अभी से स्ट्रेस, डर बैठ गया है, तो इससे उबरने के लिए योग, डीप-ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें. स्ट्रेस मैनेज करने के लिए टहलें, स्ट्रेचिंग करें.
प्रेग्नेंसी के दौरान बहुत अधिक चाय, कॉफी पीने से बचें. कॉफी में मौजूद कैफीन सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. बेहतर है की आप नींबू वाली चाय, हर्बल टी या कैफिन रहित ड्रिंक्स का सेवन करें.