रायबरेली : जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देशानुसार चलाये गये अपनी रायबरेली रमणीय रायबरेली अभियान के अन्तर्गत सर्वप्रथम 17 मार्च 2025 से 31 मार्च, 2025 तक स्वच्छता पखवाड़ा का आयोजन किया गया। जिसमें जनपद की बड़ी 300 ग्राम पंचायतों में सफाई कर्मचारियों की टीम लगाकर वृहद साफ-सफाई का अभियान चलाया गया। इस अभियान के फल स्वरूप 01 अप्रैल, 2025 से 30 अप्रैल, 2025 तक चलने वाले विशेष संचारी रोग एवं दस्तक अभियान की गुणवत्ता में जनपद रायबरेली पूरे प्रदेश में अव्वल आया।
जिलाधिकारी द्वारा अपनी रायबरेली रमणीय रायबरेली अभियान के अगले चरण में जनपद रायबरेली के ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों को प्लास्टिक मुक्त करने का अभियान चलाया जाएगा। यह अभियान 05 जून, 2025 विश्व पर्यावरण दिवस से प्रारम्भ कर पूरे जून माह तक चलाया जाना है।
जिला पंचायत राज अधिकारी सौम्यशील सिंह ने बताया है कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण 2.0 के तहत जनपद रायबरेली की सभी 980 ग्राम पंचायतों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबन्धन के लिए कार्य कराया गया है। जिसके अन्तर्गत ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के लिए ग्राम पंचायतों में कूड़ा गाड़ी, कूड़ा दान, नाडेप, कम्पोस्ट पिट, वर्मी कम्पोस्ट, प्लास्टिक बैंक एवं आर०आर०सी० का निर्माण किया गया है। ग्राम पंचायतों में पैदा होने वाले दैनिक ठोस कचरे को कूड़ा गाड़ी के माध्यम से आर०आर०सी० लाया जाता है, जहां ठोस कचरे का अलग-अलग पृथककरण किया जाता है। इस कचरे का विक्रय कर ग्राम पंचायत की आय होगी है। आर०आर०सी० में एकत्र होने वाले प्लास्टिक को प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेन्ट यूनिट (च्ॅडन्) में भेजकर उस प्लास्टिक को व्यवसायिक ग्रेड में बदलकर ग्राम पंचायत द्वारा बिक्री की जाती है, जिससे ग्राम पंचायत की आय होती है। ैठड 2.0 के अर्न्तगत जनपद रायबरेली के विकास खण्ड शिवगढ़ की ग्राम पंचायत गोविन्दपुर एवं विकास खण्ड महराजगंज की ग्राम पंचायत मोन में 16.00 लाख रू० प्रति यूनिट की दर से 02 प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेन्ट यूनिट (च्ॅडन्) का निर्माण कराया गया है।
इन यूनिस्टस के विधिवत संचालन के पश्चात न केवल जनपद प्लास्टिक मुक्त होगा, पर्यावरण शुद्ध होगा बल्कि जिलाधिकारी का अपनी रायबरेली रमणीय रायबरेली का संकल्प भी सिद्ध होगा।
