रायबरेली शहर के लिए एक नाम नहीं ब्रांड बन चुके हैं मोहम्मद इलियास
संजय चौरसिया की रिपोर्ट
रायबरेली नगर पालिका के चुनाव को लेकर ना जाने भाजपा के कितने मंत्रियों ने रायबरेली का दौरा किया और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी एक दिवसीय दौरा किया था तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के पूर्व कैबिनेट मंत्री मनोज पांडे अपने प्रत्याशी को जिताने के लिए दमखम के साथ लगे हुए थे लेकिन समाजवादी पार्टी का साथ छोड़ने के बाद से ही मोहम्मद इलियास ने बता दिया था की कोई कितनी भी मेहनत कर ले लेकिन जनता का भरोसा सिर्फ और सिर्फ मोहम्मद इलियास पर ही रहेगा क्योंकि जनता ने इस बात को स्वीकार कर लिया था की अब अगर क्षेत्र का विकास कराना है तो सिर्फ एक ही विकल्प है और वो है मोहम्मद इलियास जिन्होंने समाजवादी का साथ छोड़ने के बाद कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी और कांग्रेस से प्रत्यासी शत्रोहन सोनकर थे जिनका साथ दिया पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष ने जिन पर जनता ने विश्वास किया और लोगों ने तो यहां तक कहा की मैं किसी पार्टी को नही जानता मैं मोहम्मद इलियास को जानता हू उनके साथ आए प्रत्यासी को वोट करूंगा तो कही न कही कहा जा सकता है की मोहम्मद इलियास को सर्व समाज का साथ मिला और उन्होंने उस कांग्रेस को शहर में 42000 से ज्यादा वोट दिला दिया जिस कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में केवल 15000 के अंदर वोट मिले थे वहीं इस चुनाव में सपा प्रत्यासी अपनी जमानत भी नही बचा सका और मोहम्मद इलियास ने इस चुनाव में अपने प्रत्यासी को 17000 से ज्यादा वोट से चुनाव जीता दिया
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