प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपने में अनाथ बच्चों को मिलेगा उज्ज्वल भविष्य

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नई दिल्ली : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा लखनऊ में दत्तक ग्रहण जागरूकता माह-2024 के तहत “फॉस्टर केयर और दत्तक ग्रहण के माध्यम से बड़े बच्चों का पुनर्वास” विषय पर संगोष्ठी का किया गया आयोजन

प्रधानमंत्री के विकसित भारत के सपने में अनाथ बच्चों को मिलेगा उज्ज्वल भविष्य, अच्छी शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में अनाथ बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया को ऑनलाइन करके इसे अधिक सरल और पारदर्शी बनाया : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर

बड़े पैमाने पर लोगों में जागरूकता फैलाने और गोद लेने को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न गतिविधियां आयोजित की गयी,कारा द्वारा सर्वोत्तम प्रथाएं और कहानियों की पुस्तक “किलकारियां” का हुआ विमोचन

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा आज लखनऊ स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में दत्तक ग्रहण जागरूकता माह-2024 के तहत “फॉस्टर केयर और दत्तक ग्रहण के माध्यम से बड़े बच्चों का पुनर्वास” विषय पर एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। दत्तक ग्रहण जागरूकता माह कार्यक्रम को संबोधित करते हुये केंद्रीय महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती सावित्री ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 6 वर्ष से 18 वर्ष तक के अनाथ बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया को 2015 में ऑनलाइन कर आसान और पारदर्शी बना दिया गया है । उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत के सपने में अनाथ बच्चों को उज्ज्वल भविष्य, अच्छी शिक्षा और बेहतर स्वास्थ्य मिले इसके लिए समुचित व्यवस्था की गई है।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा कि केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (कारा) अनाथ बच्चों का पालन पोषण तथा उनके बेहतर भविष्य के लिये कार्य कर रहा है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कारा अनाथ बच्चों का पालन, पोषण व देखभाल बहुत अच्छी तरह से कर रहा है। कारा ने गोद लेने से संबंधित मुद्दों पर ध्यान आकर्षित करने के लिए अन्य कार्यक्रमों के साथ-साथ एक बड़े अभियान की योजना बनाई है, जिसमें उन बच्चों को गोद लेने पर जोर दिया जाएगा जो अधिक उम्र के हैं, जिनकी विशेष आवश्यकताएं हैं।

दत्तक ग्रहण जागरूकता माह एक वार्षिक कार्यक्रम है जहां कारा और उसके सभी हितधारक गोद लेने की कानूनी प्रक्रिया के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक साथ आते हैं। केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (कारा), महिला एवं बाल विकास मंत्रालय देश में कानूनी गोद लेने को बढ़ावा देने के लिए नवंबर माह को राष्ट्रीय दत्तक ग्रहण जागरूकता माह के रूप में मनाता है।

पिछले वर्षों की तरह, इस वर्ष का अभियान भी जागरूकता बढ़ाने के लिए दोनों रूपों ऑफ़लाइन और ऑनलाइन गतिविधियों में विभाजित है। लद्दाख, असम, मिजोरम, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, गोवा, पश्चिम बंगाल और कई अन्य राज्यों द्वारा पालक देखभाल और दत्तक ग्रहण से सम्बन्धित जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजिन किया जा रहा है।

कार्यक्रम में भावी दत्तक माता-पिता (पीएपी), दत्तक माता-पिता, वृद्ध दत्तक ग्रहणकर्ता और अन्य हितधारकों ने अपने विचार लोगों से साझा किये और गोद लेने, देखभाल पर अपने अनुभव और सुझाव भी साझा किये। इस अवसर पर संवादमूलक सत्र, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रतियोगिताओं आदि का भी आयोजन किया गया ।

मायगोव इंडिया प्लेटफॉर्म के सहयोग से कारा ऑनलाइन आयोजनों के लिए एक विशेष अभियान कर रहा है। कारा बड़े पैमाने पर जनता को शामिल करने और गोद लेने तथा गोद लेने को बढ़ावा देने के बारे में जानकारी प्रसारित करने के लिए मायगोव पोर्टल के माध्यम से कहानी वाचन, पोस्टर निर्माण, नारा एवं प्रतिज्ञा सृजन तथा ऑनलाइन सर्वेक्षण जैसी गतिविधियां आयोजित कर रहा है। कारा गोद लेने के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर सूचनात्मक सामग्री भी पोस्ट करता है।

कार्यक्रम में प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती बेबी रानी मौर्य सहित अनेक गणमान्य लोग एवं हितधारक समूह भी उपस्थित रहे।

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