होलिका दहन के दिन किस प्रकार करें हनुमान जी की पूजा

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धर्म डेस्क / ज्योति त्रिवेदी : होलिका दहन के दिन किस प्रकार करें हनुमान जी की पूजा । आईए जानते हैं पूजा विधि, फाल्गुन माह की पूर्णिमा तिथी को होलिका दहन किया जाता है इस दिन सभी देशवासी होलिका दहन का पर्व मनाते हैं और वहीं से उपले की आग को लाकर अपने घरों में होलिका जलाकर रंग, गुलाल, पुष्प, अक्षत छिड़क कर होली का पर्व मनाते हैं और इस दिन की जाती है संकट को मिटाने वाले संकट मोचन की पूजा अर्चना अगर आप भी आर्थिक तंगी या फिर पारिवारिक कष्टों से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इस प्रकार पूजा विधि करके करें हनुमान जी को प्रसन्न । हनुमान जी की पूजा सामग्री, जल, चमेली का तेल, पीला सिंदूर, धूप, दीप, लाल चोला, गुलहड़ के पुष्प या फिर कोई लाल पुष्प, बूंदी के लड्डू या फिर बेसन का हलवा, तुलसी की पत्ती आदि।

पूजा विधि

अगर आप हैं काफी दिनों से परेशान तो अबकी बार इस प्रकार से करें हनुमान जी की पूजा अर्चना होलिका दहन वाले दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर नहा धोकर स्वच्छ कपड़े पहन ले उसके बाद अपने घर के मंदिर या फिर आसपास के किसी हनुमान जी के मंदिर में करें श्रद्धा भाव से पूजा अर्चना सबसे पहले आप मंदिर को स्वच्छ पानी से धूल ले उसके बाद स्वच्छ आसन पर बैठकर हनुमान जी को जल अर्पित करें उसके बाद चमेली का तेल और सिंदूर एक में मिलाकर हनुमान जी का सिंगार करें चोला पहनाए फिर धूप दीप जलाकर हनुमान जी की आरती करें बाद में बूंदी या फिर लड्डू का भोग लगाएं एक बात का विशेष ध्यान रखें श्रृंगार करते समय ऊपर से नीचे तक श्रृंगार करना है और नीचे हाथ को लाने के बाद चरणों को छूने के बाद पुनः ऊपर हाथ ना ले जाए और कुछ लोग हनुमान जी की आंखों में सिंदूर लगा देते हैं ऐसा करना गलत माना जाता है आंखों पर सिंदूर बिल्कुल ना लगाएं और भोग में तुलसी की पत्ती को अवश्य शामिल करें क्योंकि बिना तुलसी की पत्ती के हनुमान जी भोग स्वीकार नहीं करते हैं इस प्रकार से पूजा अर्चना करने के बाद हनुमान जी के सामने अपनी दिक्कत कहें और उनसे अपने दिक्कत को खत्म करने की विनती करें इस प्रकार से की गई पूजा अर्चना को हनुमान जी स्वीकार करके आपकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं।

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