गंगा एवं उसकी प्रमुख सहायक नदियों के संरक्षण, सुरक्षा एवं जीर्णोद्धार / कायाकल्प करने हेतु जनपद में उठाये जा रहे प्रभावी कदम।

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अमेठी : प्रभागीय वनाधिकारी रणवीर मिश्र ने बताया कि जनपद में गंगा व उसकी सहायक नदियों की स्वच्छता, स्वच्छ सर्वेक्षण व महत्व के सम्बन्ध में जन-जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन कराया जा रहा है इसके अतिरिक्त नदी घाटों की नियमित सफाई का कार्य कराया जा रहा है, साथ ही साथ जन जागरूकता कार्यक्रम हेतु भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर नदियों के संरक्षण हेतु बैनर / फ्लेक्स इत्यादि लगवाया गया है, साथ ही जनपद के विभिन्न विद्यालयों में छात्र-छत्राओ द्वारा गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के बारे में वाद-विवाद प्रतियोगिता, रंगोली प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता, गंगा आरती आदि गतिविधियों का आयोजन कराया जा रहा है। सोशल मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब के माध्यम से भी अधिक से अधिक प्रचार प्रसार कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद अमेठी में वन विभाग द्वारा वर्षाकाल 2024 में अन्य विभागो को वृक्षारोपण हेतु 2474902 पौधरोपण तथा वन विभाग को वृक्षारोपण हेतु 2190605 पौधरोपण कराये जाने हेतु आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष सम्बन्धित विभागों द्वारा जनपद के 682 ग्राम पंचायतों, जिसमें 28 गंगा ग्राम भी सम्मिलित है, में वृक्षारोपण कराते हुए लक्ष्य प्राप्त किया गया है। गोमती नदी के किनारे ग्राम पंचायतो में व नदी के घाटों पर लगाये गये पौधों की सुरक्षा रख-रखाव, सिंचाई समय से कराया जा रहा है। गोमती नदी की जीर्णोद्धार / कायाकल्प हेतु घाटों की नियमित रूप से सफाई कराया जा रहा है व घाटों पर जाने हेतु चक मार्ग का निर्माण कराते हुए गंगा संरक्षण हेतु कदम बढ़ाया जा रहा है। गोमती नदी के घाटों पर वृक्षारोपण, घाट जीर्णोद्धार व अन्य समस्त व्यवस्थाओं को सुसज्जित करते हुए घाटों को समतलीकरण कर, टहलने व घाटों तक जाने हेतु सड़क मार्ग का निर्माण, प्रकाश की व्यवस्था बैठने हेतु बेंच एवं कूड़ा एकत्र करने हेतु कचरा पात्र आदि विकसित कर किनारो पर शोभाकर एवं छायादार वृक्षो का पौधरोपण कराया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) 2.0 अन्तर्गत चरणबद्ध तरीके से वार्षिक कार्ययोजना के अनुसार ग्राम पंचायतों का चयन करते हुए उनकी आवश्यकता के दृष्टिगत कार्ययोजना तैयार कराकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। जनपद में गोमती नदी से सटे 26 ग्राम पंचायतो के 28 राजस्व ग्रामो में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु धनराशि जारी किया जा चुका है उसके सापेक्ष निर्माण कार्य कराए जाने हेतु नियमित रूप से अनुश्रवण किया जा रहा है। जनपद के 26 ग्राम पंचायतों के 28 राजस्व ग्रामो में गंगा ग्राम समिति की बैठक प्रत्येक माह करायी जा रही है गंगा ग्राम के अंतर्गत गोमती नदी के किनारे ग्राम पंचायतो में पंचायती राज विभाग अमेठी द्वारा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु वं मनरेगा विभाग से ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन हेतु फिल्टर चेंबर आर०आर०सी० सेंटर, नालिया, घाट निर्माण एवं समतलीकरण व सड़क मार्ग का निर्माण, प्रकाश की व्यवस्था बैठने हेतु बेंच आदि कार्य कराया जा रहा है जिससे नदियों में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रवाहित न हों। जनपद में गोमती नदी के किनारे स्थित 26 ग्राम पंचायतों में रिवरफ्रन्ट डेवलपमेन्ट की कार्ययोजना तैयार कर ली गयी है सभी ग्राम पंचायतो में रिवरफन्ट डेवलपमेन्ट हेतु तैयार कार्य योजना के अनुरूप स्वीकृति के उपरान्त धनराशि उपलब्ध होने की दशा में निर्माण कार्य कराया जा रहा हैं। जनपद में गोमती नदी के किनारे स्थित 26 ग्राम पंचायतों में निरन्तर गगा ग्राम समिति की बैठकें करायी जा रही है तथा नदी घाटों पर गंगा आरती का आयोजन कराया जा रहा है साथ ही साथ गंगा एवं उसकी सहायक नदी गोमती नदी के किनारे पॉलीथीन बैग आदि को पंचायती राज विभाग द्वारा संग्रहित कराया जा रहा है एवं भवनों के ध्वस्तीकरण / मरम्मत के उपरान्त निकलने वाले मलवा को नदियों में प्रवाहित करने से रोका जा रहा है तथा प्लास्टिक एवं ठोस अपशिष्ट पदार्थ व लिगेसी वेस्ट को नदी में प्रवाहित न किए जाने हेतु मुख्य घाटो पर बैनर/फ्लेक्स के माध्यम से जागरूक किया जा रहा है। जनपद में कोई भी फैक्ट्री/इडस्ट्री गोमती नदी के किनारे स्थित नहीं है और इडस्ट्री से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों का उचित ढंग से निस्तारण किया जा रहा है और इंडस्ट्री से निकलने वाले औद्योगिक उत्प्रवाह का नदी से सीधे कोई सम्पर्क नही है। साथ ही साथ जनपद अमेठी में समस्त इंडस्ट्री के साथ औद्योगिक प्रवाह निगरानी हेतु लगातार बैठक भी की जा रही है तथा सम्बन्धित को आवश्यक निर्देश भी दिए जा रहे हैं एवं जनपद के समस्त इंडस्ट्री से निकलने वाले प्रदूषण के रोक थाम हेतु आवश्यक कार्यवाही करते हुए जिला गंगा समिति के अधिकारीयों द्वारा इंडस्ट्री का औचिक निरीक्षण भी किया जा रहा है। जनपद के नगर पालिका परिषद/नगर पंचायत में सीवर लाइन नहीं है और न ही एस०टी०पी० स्थापित है। एस०टी०पी० निर्माण कराये जाने हेतु कार्य योजना समस्त अधिशाषी अधिकारी व जल निगम द्वारा डी०पी०आर० तैयार कराया जा रहा है, नगर पालिका परिषद गौरीगंज में भूमि चयन की कार्यवाही पूर्ण कर ली गयी है। एस०टी०पी० प्लांट तैयार रने हेतु डी०पी०आर० तैयार कराया जा रहा है जिससे गोमती नदी में कोई भी नाला सीधे प्रवाहित न हो। जनपद के गोमती नदी में सीधे प्रवाहित हो रहे कादू नाला कां नियमित सैम्पल लेते हुए टेस्ट / परीक्षण कराया जाता है।

जनपद अमेठी से दिवाकर मणि त्रिपाठी की रिपोर्ट ।

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