सीडीओ ने मोबाइल वेटरनरी यूनिट चिकित्सा वाहन व सचल पशु चिकित्सा वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना

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सीडीओ ने खुरपका-मुंहपका टीकाकरण अभियान के पांचवें चरण का किया शुभारम्भ


रायबरेली : राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एन०ए०डी०-सी०पी०) योजनान्तर्गत गोवंशीय एवं महिषवंशीय में एफ०एम०डी०-सी०पी० खुरपका-मुँहपका टीकाकरण अभियान के पांचवें चरण का शुभारम्भ मुख्य विकास अधिकारी अर्पित उपाध्याय द्वारा विकास भवन रायबरेली में मोबाइल वेटरनरी यूनिट चिकित्सा वाहन एवं सचल पशु चिकित्सा वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर किया गया है। उन्होंने बताया कि गोवंशीय एवं महिष वंशीय पशुओं में खुरपका-मुंहपका रोग नियंत्रण व बीमारी के पूर्ण उन्मूलन के लिए 45 दिवसीय सघन टीकाकरण अभियान 23 दिसम्बर 2024 से 05 फरवरी 2025 तक जनपद के समस्त ग्राम पंचायतों एवं राजस्व ग्रामों सहित शहरी नगर पंचायतों में विकास खण्ड स्तरीय उप मुख्य/पशु चिकित्सा अधिकारियों के नेतृत्व में गठित टीकाकरण टीमों द्वारा संचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीकाकरण कार्यक्रम में चार माह से छोटे पशुओं और आठ माह के गर्भित पशुओं को खुरपका मुंहपका रोग का टीका नहीं लगाया जाएगा।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ अनिल कुमार ने बताया कि यह बीमारी जुगाली करने वाले पशुओं के स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। यह अत्यंत संक्रामक एवं घातक विषाणु जनित रोग है। इस बीमारी के प्रमुख लक्षणों में पशुओं को तेज बुखार तथा मुंह मसूड़े, जीभ के ऊपर, नीचे ओठ के अंदर का भाग, खुरों के बीच की जगह पर छोटे-छोटे दाने उभर आते हैं, जिनमें संक्रमण बढ़ने से धीरे-धीरे यह दाने आपस में मिलकर बड़ा छाला बनाते हैं, जिससे पशु जुगाली करना बंद कर देता है तथा रस्सी की तरह लार टपकने लगती है। उन्होंने बताया कि टीकाकरण ही बचाव का प्रमुख उपाय है तथा बीमारी ग्रस्त पशुओं के घाव एंटीसेप्टिक विलयन से धोने एवं साफ-सफाई रखने पर लाभ मिलता है। राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एन०ए०डी०सी०पी०) के तहत टीकाकरण से पूर्व पशुओं की ईयर टैगिंग किया जाएगा। पशुपालकों का नाम, आधार कार्ड नंबर, मोबाइल नंबर आदि अंकित कर, हर दिन टीकाकरण की रिपोर्ट भेजी जाएगी। वर्तमान में जनपद रायबरेली में लगभग 8 लाख गोवंशीय एवं महिष वंशीय पशुओं का टीकाकरण किया जायेगा। जनपद के समस्त पशुपालकों को सलाह दी जाती है कि आकस्मिक पशु चिकित्सा की सुविधा पशुपालक के द्वार पर शासकीय शुल्क में उपलब्ध कराने के लिये मोबाइल वेटरनरी यूनिट के टोल फ्री नम्बर 1962 डॉवल कर उक्त सुविधा का लाभ उठा सकते है।
इस अवसर पर उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, सदर डा० संजय कुमार सिंह व अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

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