शहर कोतवाली के ये तीन क्षेत्र जहा स्मैकियों और कच्ची शराब पर लगी लगाम

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जिले में चलाये जा रहे पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश अनुसार अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध कार्रवाई के अंतर्गत अगर बात की जाए तो रायबरेली शहर में तीन नाम निकल कर सामने आते हैं जो अपराधियों के विरुद्ध कार्यवाही करने में किसी की भी सिफारिश नहीं सुनते और अपराधियों को जेल का रास्ता दिखाते है सबसे पहले बात करते है राजघाट चौकी प्रभारी की जिनका नाम चमन सिंह है और उनके द्वारा क्षेत्र में हो रहे कच्ची शराब के मामले में कई बार कार्यवाही करते हुए कई लोगों को सलाखों के पीछे भेजने में कसर नहीं छोड़ी कई बार कच्ची शराब को लेकर लोगों ने राजघाट चौकी प्रभारी चमन सिंह से सिफारिश भी की लेकिन उन्होंने लोगों को उल्टा समझाते हुए कहा की आप सम्मानित व्यक्ति है और आप कच्ची शराब बेचने वालो और स्मैक का कारोबार करने वालो की सिफारिश मुझसे न करे वरना आप की बात नही रखी जायेगी तो वही राजघाट चौकी प्रभारी अपने क्षेत्र में पूरी तरह से एक्टिव मोड पर नजर आते है जिसके कारण सबसे शांती प्रिय माहौल राजघाट में देखा जाता है  अब बात करते है त्रिपुला चौकी क्षेत्र की तो त्रिपुला चौकी प्रभारी वागीश कुमार मिश्र की तो उन्होंने त्रिपुला चौकी का चार्ज अभी कुछ महीने पहले ही सभाला है जहां पर स्मैक और कच्ची शराब का कारोबार जोर शोर से फल फूल रहा था और चोरी की घटनाएं आए दिन होती रहती थी जिसके कारण क्षेत्र में लोग अपना मकान छोड़कर रिश्तेदारी में भी जाना बेहतर नहीं समझते थे लेकिन वागीश कुमार मिश्रा के चार्ज लेने के बाद से ही नशे के कारोबारियों पर लगाम लगाते हुए कई स्मैकियों को जेल का रास्ता दिखाया वही कच्ची शराब का कारोबार क्षेत्र से पूरी तरह समाप्त कर दिया जिसके कारण क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में लगाम लगी है और क्षेत्र की जनता अब अपने को सुरक्षित महसूस करने लगी है वही अभी हाल ही में हनुमंत पुरम में एक बंद मकान से लगभग बीस लाख रुपए की चोरी हुई थी जिसका खुलासा एक हफ्ते में कर के परिवार का सामान वापस दिला दिया वही चोरों को सलाखों के पीछे भेज कर चैन की सांस ली जिसके बाद से क्षेत्र की जनता कहने लगी की चौकी इंचार्ज अपने क्षेत्र में एक्टिव रहते है अगर ऐसा चौकी प्रभारी रहेगा तो क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में लगाम लगना तय है 
वही किला बाजार चौकी का चार्ज संभाल रहे मृत्युंजय बहादुर ने भी अपने क्षेत्र से नशे के कारोबार और अवैध खनन पर रोक लगा कर इस बात को सही साबित कर दिया है की नशे के कारोबारियों का ठिकाना सिर्फ जेल है क्योंकि मृत्युंजय बहादुर ने एक-दो नहीं बल्कि एक दर्जन से ज्यादा नशे के कारोबार को को एनडीपीएस की धारा में जेल का रास्ता दिखाया है वही किला बाजार चौकी क्षेत्र के अंतर्गत अवैध खनन की फर्राटा भर रही गाड़ियों को पूरी तरह से बंद करा दिया अब आपको अवैध खनन की गाड़ियां किला बाजार क्षेत्र में देखने को नहीं मिलेंगी और इसका पूरा श्रेय जाता है किला बाजार चौकी प्रभारी मृत्युंजय बहादुर को जिन्होंने किला बाजार चौकी का चार्ज लेते क्षेत्र की जनता के साथ बैठक करके उनकी समस्याओं को सुना था और उसी पर काम करते हुए सबसे पहले नशे के कारोबार पर रोक लगाते हुए एक दर्जन से ज्यादा नशे के कारोबारियों को सलाखों के पीछे का रास्ता दिखा दिया था

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