संजय कुमार-गोरखपुर, : देष में लम्बी दूरी की टेªन सेवाओं की बहाली, त्यौहारों और गर्मी की भीड़ की सम्भावना के चलते मार्च,2022 के महीनें में आरक्षित सीटों की मांग में तेज वृद्धि में उम्मीद थी। इसे ध्यान में रखते हुये रेलवे सुरक्षा बल ने टिकट दलालों के खिलाफ अपने प्रयासों को तेज कर दिया और मार्च,2022 के महीने में पूरे देष में टिकट दलालों की गतिविधियों के खिलाफ देषव्यापी अभियान शुरू किया।
आर.पी.एफ. की क्षेत्रीय इकाईयों ने क्षेत्र, डिजिटल और साइबर दुनिया से जानकारी एकत्र की, फिर सूचनाओं का मिलान,सत्यापन और विष्लेषण किया और 01 मार्च,2022 से पूरे देष में टिकट दलालों के खिलाफ अभियान शुरू किया ।
रलवे सुरक्षा बल द्वारा शुरू किया गया यह अभियान बेहद सफल रहा और इसके परिणामस्वरूप 1459 टिकट दलालों को गिरफ्तार किया गया, जिनमें से 341 आई.आर.सी.टी.सी. के अधिकृत एजेन्ट थे, लेकिन वे रेलवे टिकटों की दलाली मे भी शामिल थे। इन आई.आर.सी.टी.सी. एजेन्टों को ब्लैक लिस्ट करने और 366 आई.आर.सी.टी.सी. एजेन्टों की आई.डी.और 6751 व्यक्तिगत आई.डी. को ब्लाक करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। मार्च,2022 महीने में टिकट
दलालों की गिरफ्तारी माह फरवरी,2022 में गिरफ्तार किये गये रेल टिकट दलालों की तुलना में 3.64 गुना अधिक है।
इन टिकट दलालों द्वारा अवैध रूप से खरीदे गये रू0 65 लाख से अधिक मूल्य की भविष्य की यात्रा के रेलवे टिकटों को बरामद कर रद्द कर दिया गया हैं, जिससे ये सीटें सही मायने में हकदार रेलवे यात्रियों को उपलब्ध हो गई है।
आपरेषन उपलब्ध के तहत महीनें भर के देषव्यापी अभियान ने दलालों की गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुष लगाने और आम आदमी को रेलवे टिकट उपलब्ध कराने में समर्थ बनाया है। भारतीय रेलवे आम जनता को
अनाधिकृत व्यक्तियों से टिकट न खरीदने की सलाह देता है, क्योंकि यह न केवल एक बार पता चलने के बाद रदद् हो सकता है, बल्कि टिकट लेने वाले को भी कानूनी परेषानी में भी डाल सकता है। रेल टिकटों के दलालों के खिलाफ रेलवे सुरक्षा बल द्वारा शुरू किया गया यह आपरेषन उपलब्ध भविष्य में भी पूरी तीव्रता के साथ जारी रहेगा ।