रायबरेली : इंदिरा गांधी राजकीय महिला महाविद्यालय, रायबरेली में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के सात दिवसीय शिविर 2024-25 द्वितीय दिवस का शुभारंभ प्राथमिक विद्यालय कल्लू का पुरवा के परिसर की स्वच्छता के उपरान्त प्रार्थना “वह शक्ति हमें देना न दाता के साथ दिन की शुरुआत स्वयंसेवियों की हुई। इसके पश्चात छात्रों ने लक्ष्य गीत “उठे समाज के लिए उठे गया तथा योगाभ्यास के साथ हुआ ।प्रथम दिवस के आख्या प्रस्तुत्त करने के पश्चात छात्राओं ने बस्ती में जाकर आर्थिक सर्वे द्वारा विभिन्न समस्याओं को जाना । जिसमें बैंकिंग सम्बन्धी जानकारी एवं सरकारी योजनाओं से जन समुदाय को लाभान्वित करते हुए जानकारियां साझा की तथा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर भी दियें।
इसके पश्चात बौद्धिक सत्र में श्री सुनील कुमार ओझा एसबीआई बैंक मैनेजर रायबरेली द्वारा ने स्वयंसेवियों को बैंक के सम्बन्ध में समस्त जानकारियां प्रदान की जैसे कि बैंक क्या होता है? बैंकिंग का इतिहास, साथ ही बैंकिंग व्यवस्था के बदलते स्वरूप और वर्तमान में बैंकिंग व्यवस्था के ऑनलाइन होने के विषय में चर्चा की। बैंक ऑनलाइन फ्रॉड के विषय में भी छात्राओं को बताया और कहा कि छात्राओं को अपना व्यक्तिगत डेटा किसी के साथ शेयर नहीं करना चाहिए। उन्हें अपना ओटीपी, अपना पासवर्ड, अपना आधार, बैंक खाता किसी को नहीं भेजना चाहिए। उन्होंने वित्तीय समावेशन की चर्चा करते हुए कहा की सरकार द्वारा सभी स्तरों पर वित्तीय समावेशन का कार्य किया जा रहा है उन्होंने कस्टमर सर्विस पॉइंट, प्रधानमंत्री जन बीमा योजना आदि की चर्चा की ।साथ ही डिजिटलकरण के कारण हो रहे साइबर फ्रॉड के आंकड़ों ,बैंक में निगरानी केंद्र ,फिशिंग, डिजिटल अरेस्ट आदि साइबर फ्रॉड के विभिन्न तरीकों की चर्चा करते हुए कहा कि हमें साइबर फ्रॉड में तत्परता से कार्य करने की आवश्यकता होती है हमें सतर्क रहते हुए धैर्य बनाए रखते हुए इस कार्य को करना चाहिए ।हम तभी सुरक्षित रह सकते हैं जब हम सतर्क रहेंगे। उन्होंने कहा हमें किसी भी समस्या के आने पर उसका पुनर परीक्षण अवश्य करना चाहिए और सही वेबसाइट का चयन करना चाहिए और अपरिचित कॉल अटेंड नहीं करना चाहिए और सार्वजनिक जगह पर लगे वाई-फाई आदि का प्रयोग नहीं करना चाहिए ।
महाविद्यालय की प्राचार्या, प्रो० डॉ० सुषमा देवी द्वारा आशीर्वचन प्रदान करते हुए छात्राओं से कहा कि उन्हें अधिग्रहित बस्ती की आर्थिक समस्याओं को यहां की जन सामान्य से मिलकर खत्म करने का प्रयास करना चाहिए और आत्मविश्वास बनाए रखते हुए हर समस्या का समाधान करना चाहिए। साथ ही सतर्क और जागरूक भी रहना चाहिए ।साइबरफ्राड से संबंधित कोई घटना होती है तो उसकी सत्यता का भी हमें परीक्षण कर लेना चाहिए और इसके शिकायत साइबर सेल में करनी चाहिए को आर्थिक रूप से निर्भर बनने के लिए प्रेरित किया गया।
कार्यक्रम के अंत में छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत लोक गीत और संगीत के माध्यम से कार्यक्रम प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शिखा मौर्य कार्यक्रम अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा किया गया इस अवसर पर डॉ प्रीति तिवारी डॉक्टर उत्तम शुक्ला, पुस्तकालय अध्यक्ष गौसिया नायाब ,डॉ राम दर्शन डॉक्टर रिचा सिंह, श्री रामकरन आदि मौजूद रहे।
